25 questions
अक्ल पर पत्थर पड़ना
पत्थर गिरना
कुछ भी समझ ना आना
अक्ल टूटना
दिमाग खराब होना
ईद का चाँद होना
महान होना
ईद पर दिखना
चाँद जैसे दिखना
बहुत दिनों बाद दिखना
आँख का तारा
बहुत प्यारा
तारे जैसा
आंख में लगना
आँख में चमक
किताबी कीड़ा होना ?
किताब में कीड़ा होना
हर समय पढ़ते रहना
किताब पढ़ने लायक न रहना
किताब बिल्कुल ना पढ़ना
आँखों में धूल झोंकना
आँखों में धूल चली जाना
आँख में मिट्टी भरना
मिट्टी से प्रेम होना
धोखा देना
आसमान सिर पर उठाना
बहुत शोर करना
दुखी होना
आसमान उठाने की कोशिश करना
आसमान में उड़ने की चाहत रखना
चार चाँद लगाना
सौंदर्य बढ़ा देना
रात को चाँद ना निकलना
रात को चार चाँद निकलना
पूर्णिमा की रात होना
दाल न गलना
खाने की दाल न गलना
दाल पीने का मन न करना
दाल न होना
सफल न होना
घी के दिए जलाना
घी से दीए जलाना
घी डालकर दीए जलाना
खुशियाँ मनाना
दीए जलाना
भीगी बिल्ली बनना
भीगी हुई बिल्ली बनना
बिल्ली बनाना
डर जाना
कभी न डरना
मुँह उतरना
मुँह उतार के रख देना
खुश होना
दुखी होना
खुद का मुँह अच्छा ना लगना
हवाई किले बनाना
किले बनाना
हवा में किले बनाना
काल्पनिक योजनाएँ न बनाना
काल्पनिक योजनाएँ बनाना
हाथ बढ़ाना
सहायता के लिए तैयार
सहायता के लिए तैयार न होना
हाथ बढ़ा कर किसी गिरे हुए व्यक्ति को उठाना
हाथ बढ़ा कर किसी से हाथ मिलाना / नमस्ते करना
नौ दो ग्यारह होना
नौ से ग्यारह तक की गिनती को बोलना
खड़े रहना
गिनती न बोलना
भाग जाना
"ऊँट के मुँह में जीरा "का अर्थ है -
ऊँट के मुँह में जीरा देना
बड़े को थोड़ा देना
बड़े को बहुत देना
भाग जाना
"ईश्वर की माया कहीं धूप कहीं छाया" का अर्थ है
धूप छाया
गर्मी सर्दी
भाग्य
भाग्य का खेल
पूरे गाँव में राजेश ही थोड़ा पढ़ा -लिखा है | वह तो ----------------------है
एक अनार सौ बीमार
अंधों में काना राजा
चोर पर मोर
एक तो उसने मेरी पुस्तक फाड़ दी और ऊपर से कह रही है कि यह तो पहले ही फटी थी | यह तो वही बात हुई-------------------------------
उलटा चोर कोतवाल को डाँटे
नाच न जाने आँगन टेढ़ा
साँच को आँच नहीं
तुमसे सवाल हल नहीं हो रहा तो अध्यापक को दोष क्यों दे रहे हो ?किसी ने ठीक ही कहा है --------------------------------
उलटा चोर कोतवाल को डाँटे
नाच न जाने आँगन टेढ़ा
बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद
हम पुस्तकें खरीदने बाज़ार गए थे,साथ ही कपड़े भी ले आए | यह तो वही बात हुई -------------------------------------------------
आम के आम गुठलियों के दाम
साँप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे
एक पंथ दो काज
आसानी से काम हो जाना -इस अर्थ से संबंधित लोकोक्ति बताओ |
एक पंथ दो काज
साँप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे
साँच को आँच नहीं
मूर्ख को अच्छी बात बताना - यह अर्थ किस लोकोक्ति का है ?
भैंस के आगे बीन बजाना
रस्सी जल गई पर बल नहीं गया
अंधों में काना राजा
"अंग अंग टूटना "
शरीर टूटना
सारा शरीर दर्द होना
भाग जाना
एक मात्र सहारा
अँधेरे घर का उजला
इकलौता पुत्र
मूर्ख
अपनी हानि स्वयं करना
भेद जानना
अँगूठा दिखाना
साफ मना करना
बहुत कठिन
बहुत थक जाना
भाग जाना