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10 questions
1. 'नमक का दरोगा' कहानी के मुख्य पात्र का नाम क्या है?
अलोपीदीन
वंशीधर
प्रेमचंद
बदलूसिंह
नौकरी पर जाते समय उन्हें किसने सलाह दी?
बड़े भाई ने
पिताजी ने
पंडित जी ने
अलोपीदीन जी ने
कहानी में 'ऊपरी आमदनी' शब्द से क्या आशय है?
सरकार की ओर से मिलने वाली आमदनी
रिश्वत या घूस से मिलने वाली आमदनी
नौकरी के अलावा किसी और काम से मिलने वाली आमदनी
इनमें से कोई नहीं
नमक के दफ़्तर से एक मील दूर कौन-सी नदी बहती थी?
पार्वती
रावी
यमुना
सिंधु
नदी के पल पर किसकी गाडियाँ थीं?
दारोगा जी की
अलोपीदीन जी की
नमक विभाग की
वंशीधर जी की
अलोपीदीन जी कौन थे?
पुलिस कर्मचारी
वंशीधर जी के पिताजी
नमक विभाग के बड़े अफ़सर
दातागंज के जमींदार
नमक से भरी गाड़ियों को नदी पार करते समय रोक कर वंशीधर जी ने क्या किया?
अलोपीदीन जी से रिश्वत स्वीकार कर ली
अलोपीदीन जी से हाथ जोड़कर माफ़ी माँगी
अलोपीदीन जी को गिरफ़्तार करने का आदेश दिया
अलोपीदीन जी की गाड़ियों को जाने दिया
वंशीधर जी को प्रारंभ में कितनी रिश्वत देने की बात कही गई?
एक लाख रुपए
दस हज़ार रुपए
एक हज़ार रुपए
पाँच सौ रुपए
वंशीधर जी को अपनी ईमानदारी की क्या परिणाम मिला ?
अपमानित हुए
नौकरी से निकले गए
पुरस्कार दिया
बड़े अफ़सर बने
इस कहानी से आपको क्या शिक्षा मिलती है?
अनावश्यक दखलंदाज़ी नहीं, अपने काम-से-काम रखें
अवसरों का लाभ उठाने में देरी नहीं करनी चाहिए
किसी भी कीमत पर सच्चाई और ईमानदारी न छोड़ना
सच्चाई और ईमानदारी के साथ अवसरों का लाभ उठाएं